नरपतसिंह अस्पताल में तो उनके पुत्र डॉ आनंदसिंह पुलिस अधिक्षक के पद पर संभाल रहे है मोर्चा
एम्स जोधपुर में भी डटे हुए है उपखंड के कोरोना योद्धा
बालोतरा। इस वैश्विक महामारी कोरोना वॉरियर्स बनकर देश की सेवा करने में बालोतरा उपखंड क्षेत्र के कोरोना योद्धा मरीजों की सेवा करने में जुटे हुए हैं। हमारे देश के हॉस्पिटल, डॉक्टर, नर्सिंग स्टॉफ, सुरक्षाकर्मी, सफाई कर्मचारी सहित कई वॉरियर्स राजकीय सेवाओं में कोरोना से संबंधित अलग-अलग यूनिटों में ड्यूटी कर रहे हैं। उनका कहना है कि हम जिनकी सेवाएं कर रहे हैं उनकी दुआएं हमारे साथ है। हमारे परिवार की हमें फिक्र नहीं है, हमारे लिए देश ही हमारा परिवार है।
नरपत सिंह राठौड़ को अपने घर गए हुए एक माह से अधिक समय हो चुका है। राउंड द क्लॉक ड्यूटी पर मुस्तैद रहकर ड्यूटी करने से उनके मजबूत इरादों के सामने थकान भी चूर-चूर हो जाती है। नरपतसिंह पचपदरा तहसील क्षेत्र के अंतिम छोर पर स्थित मण्डली गांव के सरकारी अस्पताल में मेल नर्स है। इनके सुपुत्र डॉ. अमनसिंह राठौड़ मध्यप्रदेश के दतिया जिले में पुलिस अधीक्षक के पद पर डटे हुए है। दिन के अठारह घंटे की ड्यूटी भी डॉ अमनसिंह को आजकल कम महसूस हो रही है। बतौर पुलिस कप्तान उन्होंने कोरोना महामारी के नियंत्रण के लिए बखूबी कमान संभाल रखी है। डॉ आकांक्षासिंह भी अपना फर्ज बखूबी निभा रही हैं और दामाद डॉ गोपालसिंह शेखावत जोधपुर के डिस्ट्रिक्ट पावटा अस्पताल के कोरोना आइसोलेशन वार्ड में तैनात हैं। पूरा परिवार कोरोना से जंग के लिए मैदान में हैं और देशहित में इस परिवार ने खुद को झोंक दिया है। मकसद बस एक, इस जानलेवा वायरस से देश को महफूज रखना है।
एम्स जोधपुर में भी डटे हुए है उपखंड के कोरोना योद्धा
बालोतरा। इस वैश्विक महामारी कोरोना वॉरियर्स बनकर देश की सेवा करने में बालोतरा उपखंड क्षेत्र के कोरोना योद्धा मरीजों की सेवा करने में जुटे हुए हैं। हमारे देश के हॉस्पिटल, डॉक्टर, नर्सिंग स्टॉफ, सुरक्षाकर्मी, सफाई कर्मचारी सहित कई वॉरियर्स राजकीय सेवाओं में कोरोना से संबंधित अलग-अलग यूनिटों में ड्यूटी कर रहे हैं। उनका कहना है कि हम जिनकी सेवाएं कर रहे हैं उनकी दुआएं हमारे साथ है। हमारे परिवार की हमें फिक्र नहीं है, हमारे लिए देश ही हमारा परिवार है।
नरपत सिंह राठौड़ को अपने घर गए हुए एक माह से अधिक समय हो चुका है। राउंड द क्लॉक ड्यूटी पर मुस्तैद रहकर ड्यूटी करने से उनके मजबूत इरादों के सामने थकान भी चूर-चूर हो जाती है। नरपतसिंह पचपदरा तहसील क्षेत्र के अंतिम छोर पर स्थित मण्डली गांव के सरकारी अस्पताल में मेल नर्स है। इनके सुपुत्र डॉ. अमनसिंह राठौड़ मध्यप्रदेश के दतिया जिले में पुलिस अधीक्षक के पद पर डटे हुए है। दिन के अठारह घंटे की ड्यूटी भी डॉ अमनसिंह को आजकल कम महसूस हो रही है। बतौर पुलिस कप्तान उन्होंने कोरोना महामारी के नियंत्रण के लिए बखूबी कमान संभाल रखी है। डॉ आकांक्षासिंह भी अपना फर्ज बखूबी निभा रही हैं और दामाद डॉ गोपालसिंह शेखावत जोधपुर के डिस्ट्रिक्ट पावटा अस्पताल के कोरोना आइसोलेशन वार्ड में तैनात हैं। पूरा परिवार कोरोना से जंग के लिए मैदान में हैं और देशहित में इस परिवार ने खुद को झोंक दिया है। मकसद बस एक, इस जानलेवा वायरस से देश को महफूज रखना है।
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